
देहरादून: उत्तराखंड में डेंगू के 18 मरीजों के मिलने से उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग चिंता में पड़ गया है। अभी गर्मी पूरी तरह से नहीं आई है और बरसात भी अभी दूर है, लेकिन प्रदेश में 18 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 6 मरीजों का इलाज जारी है। वहीं, डेंगू से संक्रमित एक मरीज की मौत भी हुई है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस मौत को सीधे डेंगू से जोड़ने की पुष्टि अभी नहीं कर रहा है। सबसे ज्यादा मामले राजधानी देहरादून से सामने आए हैं, जहां 12 मरीज डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं। बाकी 6 मामले अन्य जिलों से हैं। देहरादून के सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि सभी अस्पतालों को डेंगू के संभावित प्रसार को देखते हुए सतर्क कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी:
- सभी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए विशेष बेड रिजर्व रखने के निर्देश दिए गए हैं।
- हर बेड पर मच्छरदानी और मॉस्किटो रेपेलेंट की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है ताकि संक्रमित व्यक्ति को मच्छर न काटे।
- अस्पतालों में आइवी फ्लूड और जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखने को कहा गया है।
- रैपिड कार्ड टेस्टिंग और एलाइजा टेस्ट की सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है।
जल्दी शुरू हुआ डेंगू का असर: स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस बार डेंगू के मामले सामान्य से पहले सामने आने लगे हैं। विभाग ने पिछले महीने से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। जिला प्रशासन को वॉलिंटियर्स की व्यवस्था मई से शुरू करने को कहा गया है।
जागरूकता अभियान तेज़: डेंगू से बचाव और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 19 अप्रैल को देहरादून के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग भी अपने स्तर पर सतर्कता बढ़ा रहा है।
जनता से अपील की गई है कि वह घरों के आसपास पानी न जमा होने दें और मच्छरों से बचने के सभी उपाय अपनाएं।