
चमोली: थराली ब्लॉक के रतगांव क्षेत्र में मंगलवार को एक बड़ा हादसा उस वक्त हुआ जब वहां निर्माणाधीन 60 मीटर स्पान का वैली ब्रिज अचानक ढह गया। यह पुल लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा बनाया जा रहा था। पुल के टूटने पर ग्रामीणों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं। वो तो गनीमत रही कि हादसे के दौरान पुल मे कोई भी मजदूर कार्य नहीं कर रहा था अन्यथा बड़ा हादसा घटित हो सकता था।
चमोली जिले के थराली तहसील के रतगांव में बन रहा निर्माणाधीन वैली ब्रिज बीते मंगलवार को अचानक से एक झटके में टूट गया है जिसका कार्य पिछले एक महीने से 60 मीटर स्पान पर तैयार किया जा रहा था । ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इतने बड़े पुल का निर्माण अनुभवहीन ठेकेदारों को सौंपा गया है जिसके निर्माण में गुणवत्ता के अनदेखी की गई है वो तो गनीमत रही की हादसे के दौरान पुल पर कोई भी मजदूर तैनात नही था अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
विभाग ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है फिलहाल पुल के निर्माण कार्य को रोक दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए क्योंकि यह कोई साधारण बात नहीं है। बताते चलें यह पुल रतगांव की 4000 से अधिक जनसंख्या को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा था जिसकी लागत 2 करोड़ 80 लाख रुपए बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक ठेकेदार के श्रमिकों की लापरवाही के कारण पुल पर लगे सपोर्ट और बर्थ को अचानक हटाते ही पुल बीचों बीच से नदी में समा गया। शासन ने वर्ष 2024 में इस पुल की स्वीकृति दी थी जिसका कार्य हाल ही में शुरू किया गया था। फिलहाल पुल को फिर से खोलने का कार्य किया जा रहा है जिसे नए सिरे से जोड़ा जाएगा।