- 22 वर्षों से फरार 15 हजार रुपए का इनामी अपराधी गिरफ्तार
- हिंदू नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने के आरोप
- विजय पुण्डीर बनकर देहरादून में रह रहा था आरोपी जुबैर
- गिरफ्तारी के समय आरोपी से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल और अन्य सामान बरामद हुआ
सहारनपुर/देहरादून :कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते हैं, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पुलिस ने हिंदू नाबालिग लड़की को भगाकर ले जाने के आरोपी को 22 साल के बाद गिरफ्तार किया है।
एसपी ग्रामीण सागर जैन ने बताया कि 16 जून 2002 को सहारनपुर के थाना गागलहेड़ी में जुबैर पुत्र नसीम निवासी चुड़ियाला थाना भगवानपुर जिला हरिद्वार के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। उस पर एक नाबालिग लड़की के अपहरण का आरोप था। तब से आरोपी जुबैर फरार चल रहा था। पुलिस को अब उसके देहरादून में छिपे होने की सूचना मिली। सहारन पुलिस टीम ने उसको पकड़ने के लिए देहरादून में डेरा डाल लिया। पुलिस टीम ने आरोपी को गांव रुंडाली जाने वाले रास्ते से उसे धर-धबोचा।
2002 में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस ने मामले में कुर्की भी की थी। लेकिन आरोपी पेश नहीं हुआ था। पुलिस ने 22 साल बाद देहरादून के गांव झीबरहेड़ी से आरोपी जुबैर उर्फ विजय पुंडीर को गिरफ्तार किया है।1995 की मार्कशीट में आरोपी का नाम जुबैर पुत्र नसीम है और उम्र 18 साल है। लेकिन उसने फर्जी नाम विजय पुंडीर से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के फर्जी कागज बनाकर आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, एटीएम, आईकार्ड आदि भी बनवा लिये थे। इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एलआईसी एजेंट का काम करता था। सहारनपुर से मात्र 80 किलोमीटर की दूरी पर रहता था। पुलिस ने आरोपी पर 15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
आरोपी जुबैर उर्फ विजय पुंडीर मूलरुप से हरिद्वार के गांव चुड़ियाला का रहने वाला है। उसके दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा 20 साल का मनोज पुंडीर (काल्पनिक नाम) और बेटी 5 साल की बेटी प्रिया (काल्पनिक नाम) है। बड़ा बेटा एलएलबी का छात्र है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी का अपने मायके में आना-जाना कुछ दिनों से शुरू हो गया था। लेकिन वो कभी नहीं आया।
22 साल पहले नाबालिग की उम्र थी 15 साल पुलिस के अनुसार, परिजनों ने 22 साल पहले मुकदमा दर्ज कराया था। उस वक्त लड़की की उम्र 15 साल की थी।
आरोपी जुबैर ने पुलिस से बचने के लिये अपनी पहचान बदल ली थी। वह पिछले 22 साल से देहरादून की पटेल नगर कॉलोनी में विजय पुंडीर पुत्र शिवचरण निवासी झीबरहेड़ी बनकर रह रहा था। इतना ही नहीं, उसने फर्जी नाम विजय पुंडीर से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के फर्जी कागज बनाकर आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, एटीएम, आईकार्ड आदि भी बनवा लिये थे। आरोपी को पुलिस ने 40 की उम्र में गिरफ्तार किया है।