
देहरादून: उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लगातार कोशिशे की जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग में 220 डॉक्टर्स की नियुक्ति की गई है। बहुत जल्द ही 400 असिस्टेंट प्रोफेसर मिल जाएंगे साथ ही 280 डॉक्टर की नियुक्ति और करने जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि हमारा टारगेट है 2025 तक हर अस्पताल में जहां भी डॉक्टर्स की कमी है वो दूर की जाए।
13 जिलों में बेहतर संचालन को बनाए नोडल अधिकारी
प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा है कि जल्द ही डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है और सभी चिकित्सालयों में डॉक्टरों की जो कमी है उसे दूर कर लिया जाएगा। दूसरा 13 जिलों में अस्पतालों के बेहतर संचालन के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। नोडल अधिकारियो द्वारा हॉस्पिटल्स में जो भी कमी है उसकी पूछताछ की जाएगी।
चिकित्सालयों में साफ सफाई पर दिया जाएगा जोर
डॉ रावत ने कहा कि उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय और उप जिला चिकित्सालय है उनमें साफ सफाई पर खास जोर दिया जा रहा है। हर दिन मरीज के बेड पर अलग अलग रंग की साफ चादर बदली जाने के निर्देश दिए गए है।
2027 तक स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी होगी पूरी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, एएनएम, तकनीशियन और वार्ड बॉय की कमी लगभग पूरी कर दी गई है। अब सरकार का पूरा ध्यान इस बात पर है कि हर अस्पताल में स्थायी डॉक्टरों की नियुक्ति हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों के पदों में लगभग 42 प्रतिशत की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार 400 छात्रों को सरकारी खर्चे पर पीजी करवा रही है। इनमें से कुछ डॉक्टर 2025 में, कुछ 2026 में, और शेष 2027 में सेवाओं के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि वर्ष 2027 तक राज्य में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।