
देहरादून: प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, पंचायत चुनावों में कथित वोटों की डकैती, आपदा प्रबंधन में नाकामी और व्यापक भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को लेकर सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस मुख्यालय से राजभवन कूच किया और सरकार को बर्खास्त करने की मांग उठाई। इस दौरान राजपुर रोड, बहल चौक, दिलाराम बाजार होते हुए जुलूस कैंट रोड पहुंचा जहां पुलिस बैरिकेडिंग पर कांग्रेसियों और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई।
राजभवन कूच का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मंत्री और दिग्गज नेता डॉ. हरक सिंह रावत, विधायक भुवन कापड़ी, हरीश धामी, ममता राकेश, फुरकान अहमद, लखपत बुटोला, वीरेंद्र जाती, सुमित हृदयेश, रवि बहादुर सहित कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने किया।कांग्रेसियों का विशाल हुजूम “वोट चोर गद्दी छोड़ो”, “गुंडागर्दी की सरकार नहीं चलेगी”, “आपदा पीड़ितों को न्याय दो” जैसे नारों से पूरे शहर को गूंजा रहा। राजपुर रोड से लेकर कैंट रोड तक कांग्रेसियों का जोश देखने लायक था। बैरिकेडिंग पर पहुंचे नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को भारी बल तैनात करना पड़ा। जब माहौल गरमा गया तो कई नेता बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और कार्यकर्ताओं ने वहीं धरना शुरू कर दिया।
करीब दोपहर 2 बजे भारी पुलिस बल के साथ सिटी मजिस्ट्रेट और एसपी ने हालात संभाले और करण माहरा, यशपाल आर्य, डॉ. हरक सिंह रावत, प्रीतम सिंह सहित लगभग डेढ़ सौ नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेजा गया। हालांकि शाम साढ़े तीन बजे सभी को रिहा कर दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बलात्कार और हत्या की घटनाओं की बाढ़ आई हुई है और अफसोस यह है कि कई मामलों में भाजपा पदाधिकारी ही आरोपित हैं। पंचायत चुनावों में खुलेआम वोटों की डकैती हुई और भाजपा ने प्रदेश को अपराधियों और माफियाओं के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा, “अब इस निकम्मी सरकार को एक दिन भी सत्ता में रहने का हक नहीं है।”
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और कानून-व्यवस्था जैसे हर मोर्चे पर विफल रही है। उन्होंने राज्यपाल से मांग की कि जनता का विश्वास खो चुकी सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए।सभा का संचालन कर रहे प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आज का आंदोलन कांग्रेस की आगामी संघर्ष यात्रा की शुरुआत है। उन्होंने कहा, “अब कांग्रेस सड़क से सदन तक भाजपा सरकार को बेदखल करने का अभियान चलाएगी और 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता की ताकत से इन्हें सत्ता से बाहर करेगी।”
राजभवन कूच और गिरफ्तारी आंदोलन में पूर्व विधायक जोत सिंह गुंसोला, हीरा सिंह बिष्ट, शूरवीर सिंह सजवान, प्रेमानंद महाजन, राजकुमार, कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर सिंह, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विकास नेगी, एससी विभाग अध्यक्ष मदन लाल, सेवा दल राज्य प्रमुख हेमा पुरोहित, एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जोशी, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, पूर्ण सिंह रावत, नीनू सहगल, सुनील जायसवाल, सुलेमान अंसारी, सुंदर लाल मुयाल, लाल चंद शर्मा, मोहित उनियाल, राजेंद्र चौधरी, राजीव चौधरी, दिनेश चौहान, अमन गर्ग, मुशर्रफ, उत्तम मोहित उनियाल, गरिमा माहरा दसौनी, डॉ. प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल, सीपी सिंह, प्रदीप थपलियाल, कुंवर सजवान, शीश पाल सिंह बिष्ट, राजेंद्र भंडारी, गुल मोहम्मद समेत हजारों पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।