उत्तराखंडराज्य

दून की नदियों में फिर आफत ला सकता है मलबा, डीएम सविन ने निस्तारण का बनाया एक्शन प्लान

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आज जिलाधिकारी सविन बंसल खुद ग्राउंड जीरो पर उतरे। आपदाग्रस्त सेरागांव-सहस्रधारा क्षेत्र में पहुंचे डीएम सविन बंसल ने सभी विभागीय अधिकारियों संग आपदा पुनर्निर्माण और राहत कार्यों की जमीनी समीक्षा की। उन्होंने साफ चेताया कि “एक-एक प्रभावित तक राहत पहुंचने तक कोई भी अधिकारी क्षेत्र से बाहर नहीं जाएगा।”
डीएम बंसल ने मौके पर ही विभागीय अफसरों को तलब कर बिजली, पानी और सड़कों के पुनर्निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश, राज्य हित और आपदा न्यूनीकरण “जिला प्रशासन के लिए सर्वोपरि हैं।”
मलबा हटाने को हरी झंडी, आज ही जारी हुई नीलामी विज्ञप्ति, मानसून से पहले होगा निस्तारण
कार्लीगाड़ और मझेड़ा क्षेत्र में नदी-गाढ़-गदेरे से लाखों टन मलबा हटाने के लिए डीएम ने तत्काल स्वीकृति आदेश जारी किए। उन्होंने बताया कि मलबा निस्तारण के लिए स्थानों को चिह्नित कर लॉट प्रणाली से आवंटन कर दिया गया है, और आज ही नीलामी की विज्ञप्ति प्रकाशित कराई गई है। उन्होंने कहा कि यह कार्य मानसून से पहले युद्धस्तर पर पूरा किया जाएगा ताकि दोबारा आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न न हो।
आईआईटी रुड़की और वाडिया इंस्टीट्यूट करेंगे भू-सर्वे
डीएम ने बताया कि कार्लीगाड़ और मझेड़ा क्षेत्र में विस्थापन एवं भू-सुरक्षा आकलन के लिए आईआईटी रुड़की और वाडिया इंस्टीट्यूट की विशेषज्ञ टीमों को लगाया जा रहा है। यह टीमें जियोलॉजिकल सर्वे, एस्टीमेशन और निरीक्षण रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेंगी, ताकि भविष्य में स्थायी समाधान तैयार हो सके।

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