नई दिल्ली: उत्तराखंड के प्रसिद्ध आँचलिक कथाकार और साहित्यकार डॉ. अरुण प्रकाश ढोंडियाल का नॉएडा के मारवाह स्टूडियो में सम्मान किया गया। मौका था उनकी हिंदी पुस्तक के अंग्रेजी में अनुवाद का. डॉ ढोंडियाल हिंदी की पुस्तक का अंग्रेजी अनुवादित पुस्तक का विमोचन पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता संदीप मारवाह ने किया। डॉ ढोंडियाल की ये पुस्तक उत्तराँचल की कहानियों को लेकर मूल रूप में प्रकाशित हुयी थी, इस पुस्तक की एक कहानी जो घुडैत यानी घोड़ा हाँकने वाले के नाम से प्रसिद्ध हुयी उसको लेकर ही है।
हिंदी में घुडैत का मतलब होता है अश्व चालाक यानी घोड़े को चलाने वाला। डॉ ढोंडियाल की ये उत्तराखंड से जुडी कहानी वैश्विक स्तर पर बहुत प्रख्यात हुयी। इसको लेकर ही उनकी पुस्तक का अंग्रेजी में अनुवाद हुआ है। इस मौके पर देश के पूर्व शिक्षा मंत्री और साहित्यकार रमेश पोखरियाल निशंक और प्रसिद्ध फ़िल्म निर्माता संदीप मारवाह भी मौजूद थे। उदभव संस्था ने ये आयोजन किया था और इसमें मुख्य भूमिका प्रख्यात साहित्यकार और कवि डॉ विवेक गौतम की रही।
डॉ. ढोंडियाल उत्तराखंड के पौड़ी जिले के दुमलोट गांव के मूल निवासी हैं। वे दिल्ली में शिक्षा विभाग में बड़े पद पर रहे हैं और वर्तमान में गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। डॉ ढोंडियाल ने सेवानिवृत्त होने के बाद अपना सारा पैसा गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए स्कूल बनाने में खर्च कर डाला।