
- मुख्यमंत्री धामी ने लिया जायजा
- सड़क मार्ग ठप, थराली-देवाल-नारायणबगड़ ब्लॉकों में स्कूल बंद
- सीएम धामी ने जताया दुख, स्थिति पर खुद रख रहे नजर
चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में देर रात बादल फटने से हालात भयावह हो गए। थराली तहसील के टूनरी गदेरा और आसपास के इलाकों में अचानक आए सैलाब ने तबाही मचा दी। थराली बाजार, कोटदीप, चेपड़ों और सागवाड़ा सहित कई जगहों पर मलबा भर गया। घरों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि कई वाहन मलबे में दब गए।
राहत और बचाव कार्यों के लिए गौचर से एनडीआरएफ और आईटीबीपी, ग्वालदम से एसएसबी की टीमें रवाना हो चुकी हैं। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें भी मौके पर जुटी हैं। जानकारी के अनुसार, एक युवती समेत दो लोग लापता बताए जा रहे हैं।तहसील परिसर के राड़ीबगड़ क्षेत्र में बरसाती गदेरा उफान पर आ गया जिससे एसडीएम आवास भी मलबे से प्रभावित हुआ। देर रात एसडीएम और अन्य अधिकारी सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। थराली-ग्वालदम मार्ग और थराली-सागवाड़ा मार्ग भी भूस्खलन और मलबे के कारण बंद हो गए हैं।
सागवाड़ा गांव में एक व्यक्ति और 20 वर्षीय युवती के मलबे में दबने की सूचना है। वहीं, प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ ब्लॉकों के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है।
सीएम धामी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले में बादल फटने की घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस राहत-बचाव कार्य में पूरी तरह जुटे हुए हैं और वे स्वयं स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
थराली आपदा का नुकसान एक नजर में
मृतक : 1 (कविता पुत्री नरेंद्र सिंह बिष्ट, उम्र ३० वर्ष, सबगड़ा)
लापता : 1 (गंगा दत्त जोशी, उम्र 78 वर्ष, चेपड़ो)
घायल : 8 (चेपड़ो गांव)
दुकानें क्षतिग्रस्त : 33 (चेपड़ो बाजार) + 5 (थराली बाजार)
गौशालाएं : 4 क्षतिग्रस्त, 3 गायों की मौत
वाहन क्षतिग्रस्त : दर्जनों, जिनमें 108 एंबुलेंस भी शामिल
सरकारी भवन प्रभावित : राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल (चेपड़ो), सरस्वती शिशु मंदिर भवन (रामलीला मैदान)
मकान : कोटड़ीप, राडीबगड़ और सगवाड़ा क्षेत्र में कई मकानों में मलबा घुसा, एक मकान गिरा
प्रभावितों की सूची
घायल
- देवी जोशी
- गिरीश जोशी
- कैलाश जोशी
- हेमंत रावत
- बलवंत सिंह
- जसपाल सिंह
- सुमित जोशी
चेपड़ो में इन लोगों की दुकानें हुई क्षतिग्रस्त
लक्ष्मी प्रसाद जोशी, गंगा दत्त जोशी, विकास जोशी, रमेश जोशी, बासवानंद जोशी, हरेंद्र शाह, नरेन्द्र शाह, आत्मा राम जोशी, साहिब सिंह शाह, देवेंद्र शाह, महिपाल सिंह शाह, दर्शन शाह, गिरीश शाह, त्रिलोक सिंह शाह, बलवंत सिंह, महावीर शाह, कुंदन सिंह, जसपाल सिंह, संतोष सिंह, राकेश सिंह, गंगा सिंह, गजेन्द्र सिंह, केदार दत्त जोशी, भरत सिंह, हीरा बल्लभ जोशी, दिनेश जोशी, हरी प्रसाद जोशी, हरपाल सिंह, प्रेम सिंह शाह, दलवीर सिंह, विरेंद्र जोशी एवं दीपक जोशी।गौशालाएं क्षतिग्रस्त
- मोहन राम की गौशाला (3 गायें मरीं)
- मदन मोहन जोशी की गौशाला
- लक्ष्मी प्रसाद जोशी की गौशाला
- हरेंद्र सोनियाल की गौशाला
चेपड़ो बाजार में बादल फटने से तबाही, ग्रामीणों की समय पर सूचना से बड़ी जनहानि टली
चेपड़ो कस्बे में शुक्रवार देर रात टुंडरी गांव की पहाड़ी पर बादल फटने से भारी जलसैलाब आया, जिसने पूरे चेपड़ो बाजार को तहस-नहस कर दिया। सैलाब के समय लगभग 60 लोग बाजार में मौजूद थे, जिनमें से सात लोग घायल हो गए और एक बुजुर्ग गंगा दत्त जोशी लापता हो गए। घटना में मददगार साबित हुए टुंडरी गांव के ग्रामीणों ने मोबाइल फोन के माध्यम से चेपड़ो के लोगों को समय रहते चेतावनी दी, जिससे कई लोगों की जान बच गई। सैलाब के तेज बहाव ने दुकानों, वाहनों और सुरक्षा दीवारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस आपदा के बावजूद ग्वालदम-कर्णप्रयाग और थराली-देवाल-वांण राजमार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण थराली विधायक और जिलाधिकारी आपदाग्रस्त क्षेत्र तक नहीं पहुंच सके। राहत और बचाव कार्य आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों के नेतृत्व में जारी है। आईटीबीपी के कंपनी कमांडर अमित सिंह, डॉ देवेश चौधरी, इंस्पेक्टर बचन सिंह के नेतृत्व में 37 जवान, एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर कर्ण सिंह और सब इंस्पेक्टर उमराव सिंह के नेतृत्व में 14 जवान और एसडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट कर्ण सिंह भंडारी के नेतृत्व में 23 जवान राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। साथ ही थराली के तहसीलदार अक्षय पंकज और पुलिस चौकी देवाल के चौकी इंचार्ज सतेंद्र सिंह बुटोला भी स्थानीय सहायता में सक्रिय हैं।
चेपडो के घायलों को एयरलिफ्ट कर भेजा जाएगा ऋषिकेश एम्स
थराली तहसील मुख्यालय से करीब पांच किलोमीटर दूर चेपडो गांव में बीती रात बादल फटने से भारी तबाही मची। देर रात करीब 12 बजे पहाड़ी पर बादल फटने के बाद आई भीषण बाढ़ से चेपडो बाजार पूरी तरह तहस-नहस हो गया। बाजार में बनी कई दुकानें और एक दर्जन वाहन मलबे में दब गए, जबकि एक व्यक्ति अब भी मलबे में दबा हुआ है जिसकी तलाश जारी है। आपदा की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुट गईं। हालांकि थराली से चेपडो बाजार को जोड़ने वाली करीब पांच किलोमीटर लंबी सड़क जगह-जगह से टूट चुकी है, जिसके कारण रेस्क्यू टीम को मौके तक पहुंचने में काफी समय लगा। गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है। सड़क मार्ग बाधित होने के कारण रेस्क्यू टीम ने सबसे पहले इलाके में हेलीपैड बनाने का काम शुरू कर दिया है। ताकि घायलों को एयर एंबुलेंस की मदद से ऋषिकेश एम्स पहुंचाया जा सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि आपदा ने चेपडो बाजार के साथ-साथ थराली तहसील मुख्यालय के मुख्य बाजार को भी प्रभावित किया है। यहां कई दुकानों और चार से पांच गाड़ियों के अंदर मलवा घुस गया है। आसपास के कई अन्य गांवों में भी हालात खराब हैं।