
देहरादून: ग्राफिक एरा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय एफडीपी में विशेषज्ञों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से गुणात्मक शोध पर मंथन किया।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में क्वालिटेटिव रिसर्च यूजिंग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय एफडीपी शुरू हो गई। एफडीपी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. नरपिंदर सिंह ने कहा कि आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित अनुसंधानों का है, जो शिक्षा जगत में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएगा। डॉ. सिंह ने शोधकर्ताओं को प्रेरित करते हुए कहा कि एआई सिर्फ तकनीकी क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक विज्ञान, प्रबंधन और मानविकी जैसे क्षेत्रों में भी इसकी भूमिका तेजी से बढ़ रही है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो- वाइस चांसलर प्रो. संतोष एस. सर्राफ ने शिक्षकों और पीएचडी स्कॉलर्स से वैश्विक दृष्टिकोण से शोध की दिशा में आगे बढ़ने का आवाहन किया। अंतर्राष्ट्रीय एफडीपी में सेंट जॉन फिशर यूनिवर्सिटी अमेरिका के प्रोफेसर हेमंत सी. शशितल ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम का आयोजन ग्राफिक एरा के डिपार्मेंट आफ मैनेजमेंट स्टडीज ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ के शैक्षणिक और प्रशासनिक विकास केंद्र के सहयोग से किया। कार्यक्रम में मैनेजमेंट स्टडीज के एचओडी डॉ. नवनीत रावत, संयोजक डॉ. आशुलेखा गुप्ता, डॉ. भास्कर पंत, शिक्षक- शिक्षिकाएं और पीएचडी स्कॉलर्स मौजूद रहे।