
देहरादून: दून विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन स्टडीज द्वारा दो दिवसीय मीडिया फेस्ट ‘फरवर 3.0’ का आज शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए मीडिया की सामयिकता को समझने और सामाजिक दायित्वों के साथ कार्य करने की सलाह दी।
मीडिया एथिक्स, कन्वर्जन और डिजिटल दौर की चुनौतियों पर चर्चा
कार्यक्रम में बतौर वक्ता वरिष्ठ पत्रकार एवं उत्तराखण्ड राज्य सूचना आयुक्त श्री योगेश भट्ट ने मीडिया एथिक्स पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज मीडिया नैतिकता के दायरे को बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने सूचना के अधिकार (RTI) को एक प्रभावी हथियार बताया जो आम नागरिकों को सजग बनाता है।
दूरदर्शन के सहायक निदेशक अनिल भारती ने मीडिया कन्वर्जन को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि इससे एक माध्यम की उपयोगिता पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है। उन्होंने पारंपरिक मीडिया के साथ-साथ कंटेंट क्रिएशन, सोशल मीडिया मैनेजमेंट और वीडियो एडिटिंग जैसे क्षेत्रों को मीडिया का भविष्य बताया।
बारामासा डिजिटल मीडिया के संस्थापक राहुल कोठियाल ने मीडिया साक्षरता (मीडिया लिट्रेसी) की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि मीडिया विद्यार्थियों को समाज को आलोचनात्मक दृष्टि से देखना चाहिए।
ऑनलाइन कंटेंट क्रिएटर अविजित जमलोकी ‘केदारवासी’ ने स्टोरी टेलिंग में करियर की संभावनाओं पर बात की और छात्रों को अपनी प्रतिभा को पहचानकर उस पर मेहनत करने की प्रेरणा दी। उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग से सतर्क रहने की सलाह भी दी।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार सहित डॉ. हर्ष डोभाल, डॉ. राशि मिश्रा, डॉ. करूणा शर्मा, जूही प्रसाद, आबशार अब्बासी, डॉ. वंदना और पियुषी हिमानी सहित कई शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे।