
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सुरक्षा तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बॉर्डर क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाने और सामरिक महत्व के स्थानों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। चारधाम यात्रा मार्गों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर CCTV कैमरों और ड्रोन से निगरानी के आदेश दिए गए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल करवाने और सायरन प्रणाली स्थापित करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों के निवासियों से संवाद स्थापित कर स्थानीय सहयोग बढ़ाया जाए। चारधाम यात्रा की रियल टाइम मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी और सभी सचिवों को यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करने भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हेली सेवाओं का संचालन भी सुचारू रूप से जारी है। उन्होंने मानसून से पहले सभी विभागों को आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस, सेना के समर्थन में राज्य एकजुट
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में भ्रष्टाचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायतों को प्राथमिकता के साथ गंभीरता से लें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सेना और सैनिक परिवारों के समर्थन में राज्य सरकार द्वारा सर्वधर्म सभाएं और पद यात्राएं आयोजित की जाएंगी ताकि उनका मनोबल बढ़ाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के हर परिवार का कोई सदस्य सेना से जुड़ा है, इसलिए सैनिकों के साथ खड़े रहना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि एकता ही भारत की सबसे बड़ी ताकत है और हम हर चुनौती से निपटने में सक्षम हैं।
बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, विभिन्न सचिव, सूचना विभाग के महानिदेशक समेत सभी जिलाधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।