Uttarakhand: गुरु मंत्र पाकर धन्य-धन्य हुई गुरु की प्यारी संगतें
- श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज करेंगे विशेष पूजा अर्चना
- सुबह 7:00 बजे से शुरू हो हो जाएगी पूजा पाठ की प्रक्रिया
- 5 एलईडी स्क्रीनों सहित फेसबुक,यूट्यूब पर होगा लाइव प्रसारण
- शनिवार दोपहर 2:00 बजे से 4:00 बजे के बीच पूरी होगी आरोहण की प्रक्रिया
देहरादून: प्रेम, सद्भावना, भाईचारा, मानवता, श्रद्धा व आस्था का प्रतीक ऐतिहासिक श्री झण्डा जी मेला इस साल बेहद भव्य स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। वर्ष भर संगतें व श्रद्धालु इस पावन बेला का इंतजार करते हैं। देश विदेश से भारी संख्या में संगतें व श्रद्धालु गुरु की नगरी देहरादून पहुंच चुके हैं। नगर वासियों की ओर से चारों ओर गुरु की प्यारी संगतों को आदर सत्कार हो रहा है। गुरु की नगरी देहरादून गुरु की प्यारी संगतों से निहाल है। शनिवार सुबह 7:00 बजे श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में श्री झण्डे जी का आरोहण किया जाएगा। 01 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी।
काबिलेगौर है कि ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले में शीश नवाने व श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतें हर साल देहरादून पहुंचती हैं। संगतों को साल भर इस पावन बेला के साक्षी बनने का इंतजार रहता है। श्री दरबार साहिब, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से शुक्रवार देर शाम तक सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया। श्री झण्डा जी आरोहण स्थल पर सभी आवश्यक तैयारियों को पूरा किया गया।
गुरु मंत्र पाकर धन्य-धन्य हुई संगत
श्री गुरु राम राय दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने श्री झण्डा जी मेला की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को संगतों को गुरुमंत्र दिया। गुरु मंत्र पाकर संगतंे धन्य-धन्य हो गईं। संगतों ने गुरुमंत्र को आत्मसात करते हुए श्री झण्डा साहिब और श्री गुरु राम राय जी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने गुरु महिमा के महत्व को समझाया। श्री महाराज जी ने कहा कि जो व्यक्ति गुरु के बताए मार्ग पर चलता है, उसे पृथ्वी पर ही स्वर्ग की अनुभूति मिल जाती है।
श्री झण्डे जी मेले का यह है एतिहासिक महत्व
सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हर राय जी के बड़े पुत्र श्री गुरु राम राय जी महाराज का जन्म सन् 1646 ई. में जिला होशियारपुर के कीरतपुर, पंजाब में हुआ था। श्री गुरु राम राय जी महाराज ने देहरादून को अपनी तपस्थली चुना व श्री दरबार साहिब में लोक कल्याण के लिए विशाल झण्डा लगाकर श्रद्धालुओं को ध्वज से आशीर्वाद लेने का संदेश दिया था। होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी को श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के रूप में मनाचा जाता है व हर साल श्री झण्डे जी मेल का आयोजन किया जाता है। उल्लेखनीय है कि श्री गुरु राम राय जी महाराज के जन्मदिवस के अवसर पर हर साल श्री दरबार साहिब, देहरादून में श्री झण्डे जी मेले का आयोजन किया जाता है।
1 अप्रैल को नगर परिक्रमा, सुबह 7:30 बजे शुरू होगी
श्री दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुआई में सोमवार 01 अप्रैल को ऐतिहासिक नगर परिक्रमा होगी। नगर परिक्रमा सुबह 7:30 बजे प्रारम्भ होगी। नगर परिक्रमा में 25 हजार से अधिक संगतें शामिल होंगी। श्री दरबार साहिब, श्री झण्डा जी मेला आयोजन समिति के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने जानकारी दी कि परंपरानुसार श्री झण्डे जी आरोहण के तीसरे दिन नगर परिक्रमा का आयोजन किया जाता है। सोमवार सुबह 7:30 बजे श्री दरबार साहिब परिसर से नगर परिक्रमा आरंभ होगी, नगर परिक्रमा सहारनपुर चैक, कांवली रोड होते हुए श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, बिंदाल पहुंचेगी। यहां संगत को चने, मुरमुरे व गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाएगा। यहां से तिलक रोड, टैगोर-विला, घण्टाघर व घण्टाघर से पल्टन बाजार होते हुए लक्खीबाग पुलिस चैकी से रीठा मण्डी, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल बाॅम्बे बाग पहुंचेगी। इसके बाद ब्रहमलीन श्रीमहंत साहिबान के समाधि स्थल पर मत्था टेकेने के बाद सहारनपुर चैक होते हुए दोपहर 12:00 बजे नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब पहुंचकर सम्पन्न होगी।
पूरब की संगतों की विदाई
श्री झण्डा जी मेला के सह व्यवस्थापक विजय गुलाटी ने जानकारी दी कि श्री झण्डे जी मेले की परंपरा के अनुसार श्री झण्डे जी आरोहण से पूर्व शुक्रवार शाम के समय पूरब की संगत को पगड़ी, ताबीज़ व प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही पूरब की संगत की विधिवत विदाई की गई।
श्री झण्डे जी पर सुबह 7 बजे से पूजा अर्चना
शनिवार को श्री झण्डे जी को उतारने की प्रक्रिया सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगी। सुबह श्री झण्डे जी को उतारा जाएगा। संगतों द्वारा दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल और पंचगव्यों से श्री झण्डे जी को स्नान कराया जाएगा। विधिवत वैदिक विधान से पूजा अर्चना के पश्चात् अरदास की जायेगी। दस बजे से श्री झण्डे जी (पवित्र घ्वजदण्ड) पर गिलाफ चढ़ाने का कार्य शुरू किया जाएगा। शनिवार दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच श्री झण्डे जी का विधिवत आरोहण किया जाएगा।
एलईडी स्क्रीन पर मेले का सजीव प्रसारण
श्री दरबार साहिब मेला समिति ने श्री दरबार साहिब परिसर में 5 एलईडी स्क्रीनों की व्यवस्था की गई है। एलईडी स्क्रीनों, फेसबुक एवम् यूट्यूब पर मेले का सजीव प्रसारण किया जाएगा। श्री दरबार साहिब में जैविक उत्पाद श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा जैविक खेती उत्पादों का स्टाॅल लगाया गया है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की मेडिकल टीम जुटी
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों की टीम मेला स्थल पर चिकित्सकीय परामर्श के लिए जुटी हुई है। श्री दरबार साहिब परिसर में मेला अस्पताल काम कर रहा है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी भूपेन्द्र रतूड़ी ने जानकारी दी कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर से रोगियों को निःशुल्क दवाईयां भी दी जा रही हैं। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अस्पताल की एम्बुलेंस 24 घण्टे उपलब्ध हैं।
गुरु महिमा के रंग में रंगी संगत
श्री दरबार साहिब परिसर में शुक्रवार को दिन भर श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जयकारे गूंजते रहे। गुरु महिमा के रंग में रंगी संगते दिन भर श्रद्धा व भक्ति भाव में डूबी रहीं। संगतों ने श्री गुरु राम राय जी महाराज के शबद का सिमरन किया व गुरु महिमा के महत्व को जाना। श्री गुरु राम राय जी महाराज व श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के जयकारों से श्री दरबार साहिब परिसर व समूचा क्षेत्र दिन भर गूंजता रहा। संगत ने ढोल की थाप पर गुरु महाराज जी के भजन गाए व जमकर नृत्य भी किया।