
देहरादून: ग्राफिक एरा भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) से जुड़ गया। ग्राफिक एरा में आज बीआईएस कॉर्नर और 10 विभागों में स्टूडेंट चैप्टर शुरू कर दिए गए।
आज ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और बीआईएस की साझेदारी पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि बीआईएस (नॉर्दन रीजन) की डिप्टी डायरेक्टर जनरल श्रीमती स्नेह लता ने कहा कि यह पहल न केवल छात्र-छात्राओं को नवाचार और मानकों की गहरी समझ देगी बल्कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए सशक्त भी बनाएगी। जब छात्र-छात्राएं गुणवत्ता और मानक की बारीकियों को आत्मसात करेंगे तभी वह उद्योग जगत में अपनी पहचान स्थापित कर पाएंगे और नए अवसरों के द्वारा खोलेंगे।
इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिंदर सिंह ने कहा कि बीआईएस हमारे देश के उत्पादों की रीड है और इसके साथ जुड़कर छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता आश्वासन और मानकीकरण की दुनिया का प्रत्यक्ष परिचय मिलेगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाएं और अपने कौशल, नवाचार और उत्ककृष्टता से राष्ट्र प्रगति में सार्थक योगदान दें।बीआईएस के देहरादून ब्रांच ऑफिस के निदेशक श्री सौरभ तिवारी ने कहा कि छात्र-छात्राएं भावी नवाचारों के शिल्पकार है जो उत्पादों की विश्वसनीयता बढ़ाने में योगदान देकर आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को नई गति प्रदान करेंगे ।
मैकेनिकल, एयरोस्पेस, सिविल, बायोटेक्नोलॉजी, फूड टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, एनवायरनमेंट साइंस, एलाइड साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजरिनिंग आदि 10 विभागों में स्टूडेंट चैप्टर शुरू कर दिए गए। आने वाले समय में छात्र-छात्राओं के लिए विशेष कार्यशालाओं, राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारों और इंटर्नशिप कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। जो उन्हें उद्योग जगत से प्रत्यक्ष जुड़ाव दिलाते हुए वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए सक्षम बनाएगा।
कार्यक्रम का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने किया। इसका संचालन वेदांशी नागर ने किया। इस अवसर पर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के बीआईएस नोडल फैक्लटी डा. बृजेश प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी डा. कपिल कुमार शर्मा, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी डा. सुधीर जोशी, सिविल इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी डा. कीरत कुमार गुप्ता के साथ अन्य विभागों के अध्यक्ष, शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।