आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने पर बनी सहमति: अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी के घर लंच के मौके पर पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आपसी सहमति से अलग–अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन पर बातचीत जारी है। दिल्ली में बिना गठबंधन बीजेपी की राह आसान हो जाएगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीट शेयरिंग पर कांग्रेस से बातचीत जारी है, दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा। AAP और कांग्रेस के बीच समझौते की भाजपा ने तीखी आलोचना की है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने गठबंधन को “अवसरवादी” करार दिया है।
इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की थी कि आप ने पंजाब की सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पंजाब में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में से एक और विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी मुख्यमंत्री को ‘धन्यवाद’ दिया था और कहा था कि कांग्रेस बिल्कुल यही चाहती है। कांग्रेस नेता ने कहा था कि पंजाब और अन्य राज्यों में काफी अंतर है। पंजाब में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल ऐसे में अगर हम चुनाव में आम आदमी पार्टी से समझौता करते हैं तो हमारे मतदाता बीजेपी की तरफ चले जाएंगे।
हाल ही में नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के सभी 5 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि उनकी पार्टी सभी सीटों पर अकेले लड़ेगी। देखा जाए तो बिहार में नीतीश कुमार, यूपी में जयंत चौधरी और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के बाद फारूक अब्दुल्ला ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. हालांकि बाद में उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने सफाई दी थी।