
देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बालरोग विभाग में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने कहा कि स्तनपान माँ और बच्चे दोनों के लिए प्रकृति का अनमोल उपहार है। माँ का दूध शिशु के लिए संपूर्ण आहार और सुरक्षा कवच है।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आर.एस. बिष्ट ने बताया कि माँ के दूध में शिशु के विकास के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व—प्रोटीन, वसा, विटामिन व कार्बोहाइड्रेट संतुलित मात्रा में होते हैं।बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि माँ के दूध में मौजूद एंटीबॉडी शिशु को निमोनिया, दस्त, कान के संक्रमण व अन्य बीमारियों से बचाते हैं। इसे शिशु का पहला टीका भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि स्तनपान करने वाले बच्चों का बौद्धिक और भावनात्मक विकास बेहतर होता है और दूध में मौजूद फैटी एसिड मस्तिष्क के विकास में सहायक होते हैं।
कार्यक्रम का संचालन निधि काला ने किया। नर्सिंग छात्रों ने स्तनपान के लाभों पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में डॉ. गौरव माखीजा, डॉ. तन्वी, डॉ. आयशा, डॉ. बनीता, डॉ. पूजा, डॉ. आस्था, सीपीआरओ महेंद्र भंडारी, प्रतिभा पंवार, जसवंत रावत सहित कई चिकित्सक व स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।