उत्तराखंड

विवाहिता की मौत के मामले में आयोग अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, गंभीर जांच के आदेश

विवाहिता की मौत के साक्ष्यों के आधार पर सभी अपराधियों के विरुद्ध हो कार्रवाई - कुसुम कण्डवाल

देहरादून: बीते 07 सितंबर 2024 को जस्सोवाला देहरादून में एक विवाहिता की मृत्यु के मामले में उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने प्राप्त शिकायती पत्र के आधार पर एसएसपी देहरादून से वार्ता कर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए है।

मामले में राज्य महिला आयोग को प्राप्त पत्र के अनुसार मृतका के पिता ने लिखा कि उनकी बेटी का विवाह 10 मई को जस्सोवाला देहरादून निवासी युवक मुकेश पाल से हुआ था। विवाह के कुछ समय बाद से ही युवक मुकेश के परिजन मेरी बेटी को दहेज के लिए परेशान करने लगे, साथ ही दहेज न देने पर लड़ाई झगड़ा, क्रूरता व नाजायज रूप से परेशान करने लगे।  उन्होंने पत्र में लिखा कि मेरी बेटी ने फोन पर बताया था कि ससुराल वालों का कहना है की अगर तू 10 लाख रुपये नही देगी तो हम तुझे मार देंगे।

बीते 7 सितंबर 2024 को सायं 05- 06 बजे मेरी बेटी के ससुराल पक्ष से सूचना आई कि आपकी बेटी की तबीयत खराब है हम उसे अस्पताल ले जा रहे हैं जब हम अस्पताल पहुंचे तो हमारी बेटी की मृत्यु हो चुकी थी और ससुराल पक्ष का कोई भी व्यक्ति वहां पर मौजूद नहीं था। प्रार्थी ने आरोप लगाया है कि ससुराल वालों द्वारा मेरी बेटी को प्रताड़ित कर आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया है या ससुराल वालों ने उसे जान से मारा है।

मामले में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसएसपी देहरादून को गंभीरता से जांच करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि विवाहिता की मृत्यु के कारणों सहित सभी साक्ष्यों की शीघ्रता से जाँच कराते हुए आरोपियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए तथा जांच में दोषी पाये जाने वाला कोई भी आरोपी बचना नही चाहिए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।

जिस पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त प्रकरण में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है व मृतका के पति और ससुर की गिरफ्तारी कर प्रकरण में जांच की जा रही है तथा अन्य साक्ष्यों के आधार पर अभियोग में संलिप्त कोई भी आरोपी नही बचेगा।

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