उत्तराखंडराज्य

मसूरी में ‘मौज’ काट रहा था चिकित्सक, DM ने गिराई गाज

देहरादून/मसूरी: जिलाधिकारी सविन बंसल ने अटैचमेंट के खेल पर बड़ी चोट की थी। यह खेल भी ऐसा था कि जो सभी नियमों को धता बताते हुए किया गया था। क्योंकि, जिस मसूरी नगर पालिका में नगर स्वास्थ्य अधिकारी का पद ही नहीं है, उस पर एक चिकित्सक की तैनाती तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने करा दी थी। इस तैनाती के बाद भी चिकित्सक का वेतन निकाय से आहरित नहीं किया जा रहा था और न ही उन पर पालिका के नियंत्रण की ही व्यवस्था थी। लिहाजा, अब जिलाधिकारी की संस्तुति के क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सक आभाष सिंह की सर्विस ब्रेक (सेवा में व्यवधान) करते हुए इसका अंकन उनकी सेवा पुस्तिका में कर दिया है।

मसूरी नगर पालिका परिषद में नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कोई पद नहीं है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक आभाष सिंह वर्ष 2021 से मसूरी में नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। 13 दिसंबर 2024 के पत्र में मसूरी पालिका की प्रशासक/उपजिलाधिकारी ने चिकित्सक आभाष सिंह की नियम विरुद्ध संबद्धता का उल्लेख किया था। जिसमें उन्होंने लिखा कि पद न होने के कारण आभाष सिंह का वेतन निकाय से आहरित नहीं किया जा रहा है। न ही पालिका की तरफ से इस पद की मांग की गई थी। इसके बाद भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून ने आभाष सिंह को मसूरी में संबद्ध कर दिया।यह बात भी सामने आई कि 11 अक्टूबर 2023 में पालिका की कार्यकारिणी से बहुमत से आभाष सिंह को कार्यमुक्त करने का प्रस्ताव पारित किया है। दूसरी तरफ शासन ने कार्मिकों के संबद्धिकरण को निरस्त करने का आदेश जारी किया है। लिहाजा, जिलाधिकारी/अध्यक्ष (जिला स्वास्थ्य समिति) ने चिकित्सक आभाष सिंह को मूल पद पर लौटाने का अनुमोदन कर दिया था। जिलाधिकारी की संस्तुति पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) जय भारत सिंह ने आभाष सिंह को तत्काल प्रभाव से प्रत्यावर्तित करने का आदेश जारी किया।

अपर जिलाधिकारी के आदेश के बाद नगर पालिका प्रशासक ने 21 दिसंबर को आदेश जारी कर कहा था कि तीन दिन के भीतर आभाष सिंह के मूल पद पर कार्यभार ग्रहण न करने की दशा को सेवा में व्यवधान माना जाएगा। बावजूद इसके आभाष सिंह की नाफरमानी जारी रही। इसे गंभीर मानते हुए अब मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सक आभाष सिंह की सेवा पुस्तिका में सेवा में व्यवधान का अंकन कर दिया है। यदि यह अंकन जारी रहता है तो इसका असर आभाष सिंह की वरिष्ठता, पेंशन और अन्य सुविधाओं पर पड़ सकता है।

 

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