
देहरादून/मुजफ्फरनगर: देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में 02 जून की रात भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित नेगी की गोली मारकर हत्या करने के बाद फरार हुए दो बदमाशों, अजहर त्यागी और आयुष कुमार उर्फ सिकंदर, के साथ पुलिस की जबरदस्त मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ मुजफ्फरनगर-मंगलौर बार्डर पर हुई, जिसमें एक बदमाश के दोनों पैर, जबकि दूसरे के हाथ पर गोली लगी। पुलिस ने दोनों को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया।
मुठभेड़ की पूरी घटना
सूत्रों के अनुसार, रोहित नेगी हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए देहरादून पुलिस की कई टीमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही थीं। इसी क्रम में देर रात मुजफ्फरनगर के पुरकाजी थाना क्षेत्र अंतर्गत बरला गांव के पास आरोपियों की लोकेशन ट्रैक की गई।
जैसे ही पुलिस टीम ने उन्हें घेरने की कोशिश की, वे वाहन में भागने लगे। पीछा करने पर आरोपियों ने फायरिंग की, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। इस मुठभेड़ में दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए:
- मोहम्मद अजहर त्यागी पुत्र अब्दुल रब — निवासी प्रधान पट्टी, बरला, थाना पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश)।
अजहर को दोनों पैरों और एक हाथ में गोली लगी।
- आयुष कुमार उर्फ सिकंदर पुत्र विजय कुमार — निवासी मालैन्डी, जिला शामली (उत्तर प्रदेश)।
आयुष को दोनों पैरों में गोली लगी।
दोनों को पहले CHC गुरुकुल नारसन ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत गंभीर देख उन्हें एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है।
बॉर्डर पर बढ़ी सतर्कता
मोहम्मद अजहर त्यागी के एक विशेष समुदाय से संबंध होने के कारण प्रशासन ने एहतियातन बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया है। आसपास के क्षेत्रों में भी पुलिस चौकसी बढ़ा दी गई है, ताकि कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
ये है पूरा मामला:
मंगलवार तड़के प्रेमनगर पुलिस को सूचना मिली कि मांडूवाला के पीपल चौक पर एक व्यक्ति को गोली मारी गई है। पुलिस मौके पर पहुंची, तो घायल व्यक्ति को उसके साथियों द्वारा ग्राफिक एरा अस्पताल ले जाया जा चुका था। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान रोहित नेगी, निवासी प्रेमनगर, एक स्टोन क्रशर मालिक और भाजपा नेता के रूप में हुई। उसके साथ मौजूद साथियों ने पुलिस को बताया कि वे रात को पार्टी कर रहे थे, जिसमें एक युवती भी थी। पार्टी के दौरान युवती के फोन पर अजहर मलिक का कॉल आया और दोनों में कहासुनी शुरू हो गई।
इस विवाद में रोहित नेगी ने बीच-बचाव किया और अजहर से झगड़ा हो गया। थोड़ी देर बाद सभी वहां से निकल गए। जब रोहित अपनी कार से घर जा रहा था, तभी अजहर और उसका साथी बाइक से उसका पीछा करते हुए मौके पर पहुंचे और कार के शीशे के पास से गोली चला दी, जो सीधी रोहित के गले में जा लगी।
पुलिस की सतर्कता
हत्याकांड के बाद पुलिस ने पूरी गंभीरता से कार्रवाई करते हुए सीमाई क्षेत्रों में निगरानी और संभावित ठिकानों पर दबिश दी। आखिरकार दो दिन बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली जब दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए।