
देहरादून: दिवंगत सांसद एवं पूर्व मेयर मनोरमा डोबरियाल शर्मा की जयंती पर आज चौपाल कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में काफल चैप्टर ऑफ गढ़वाल की संयोजक एवं मनोरमा डोबरियाल शर्मा मेमोरियल फाउंडेशन की अध्यक्ष आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पहली महिला मेयर के रूप में मनोरमा जी ने देहरादून और प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राज्यसभा के अपने अल्प कार्यकाल में उन्होंने राज्यहित से जुड़े मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य कामरेड समर भंडारी ने की। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन के दौरान मनोरमा जी लाठी-डंडों और जेल की यातनाओं के बावजूद हमेशा संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में रहीं।कामरेड जगदीश कुकरेती ने कहा कि देहरादून को बी-2 श्रेणी दिलाने और प्रथम एशियन मेयर्स कॉन्फ्रेंस आयोजित कराने में उनका योगदान अविस्मरणीय रहा। वहीं, कामरेड गिरधर पंडित ने उन्हें पहाड़ी नदियों की तरह संघर्ष का प्रतीक बताया और फैज की पंक्तियों से श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर श्रम आधारित स्वरोजगार से जुड़ी महिलाओं—इंदर सहगल, रेखा बत्रा, गुलिस्ता, अंशु गौतम, सुमित कौर, बलविंदर कौर, राजकुमारी, प्रीति नेगी और ममता रानी—को शॉल ओढ़ाकर और पुष्प भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन मोहन सिंह नेगी ने किया। इस मौके पर कामरेड सोहन सिंह रजवार, कामरेड सुरेंद्र सजवाण, अधिवक्ता प्रेम सिंह दानू, आंदोलनकारी प्रदीप कुकरेती, राकेश पंत, जनकवि सतीश धौलाखंडी, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनील कुमार बंगा, सरदार राजेंद्र सिंह घई, अमीर खान, राजेश रावत, प्रभात डंडरियाल, राजेश पंथरी समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।