चारधाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफलाइन: मुख्यमंत्री धामी

टिहरी गढ़वाल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को जनपद टिहरी के आस्था पथ, मुनि की रेती में आज तक द्वारा आयोजित धर्म संसद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड की लाइफलाइन है। लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए चारधाम आते हैं, और यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बद्रीनाथ धाम मास्टर प्लान, बाबा केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना जैसे कार्य तेजी से प्रगति कर रहे हैं। चमोली के सीमांत गांव माणा को प्रधानमंत्री ने “देश का पहला गांव” घोषित किया। इसके साथ ही उन्होंने पर्यटकों से स्थानीय उत्पादों को खरीदने की भी अपील की थी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केदारनाथ में रात्रि प्रवास करने वाले प्रधानमंत्री मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं।
उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा, आतंकवाद पर कड़ा संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब शीतकालीन यात्रा भी प्रारंभ की गई है ताकि श्रद्धालु और पर्यटक सालभर उत्तराखंड आ सकें। प्रधानमंत्री ने उत्तरकाशी प्रवास के दौरान भी शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का हर स्थल एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष लोगों पर हुए आतंकी हमले को मुख्यमंत्री ने “कायराना कृत्य” करार दिया और भरोसा जताया कि भारत की सेना इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून पर भी दिया जोर
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) ठीक उसी तरह सबके लिए लाभकारी सिद्ध होगी जैसे मां गंगा सबको जीवन और समृद्धि प्रदान करती हैं।
उन्होंने राज्य में लागू सख्त नकल विरोधी कानून का जिक्र करते हुए बताया कि इसके चलते बीते तीन वर्षों में लगभग 22 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के मूल स्वरूप को बनाए रखने पर बल दिया और सभी श्रद्धालुओं से यात्रा के नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने श्रद्धालुओं से अधिक संख्या में उत्तराखंड आने का भी आह्वान किया।