लिंग के आधार पर भेदभाव को कम करने तथा आपराधिक कानूनों व महिलाओं के लिए उपाय पर आयोग ने की कार्यशाला
- देवभूमि में निर्भय होकर रहे मातृशक्ति, महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उन्मूलन व लिंग समानता के लिए आयोग कर रहा काम : कुसुम कण्डवाल
- लिंग के आधार पर भेदभाव को कम करने तथा आपराधिक कानूनों व महिलाओं के लिए उपाय पर आयोग ने की कार्यशाला
- महिला आयोग ने महिलाओं को दी विभिन्न आपराधिक व कानूनी जानकारी, कार्यस्थल पर शोषण से बचने के लिए किया जागरूक
देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग द्वारा राष्ट्रीय महिला आयोग के निर्देशानुसार सोमवार को प्रेक्षागृह, संस्कृति विभाग, देहरादून में महिलाओं के खिलाफ हिंसा उन्मूलन के लिए अन्तर्राष्ट्रीय दिवस (25 नवम्बर) से अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस (10 दिसम्बर) के उपलक्ष्य में आपराधिक कानूनो एवं महिलाओं के लिए उपाय विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्घाटन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना, राज्यमंत्री मधु भट्ट, राज्यमंत्री विनोद उनियाल आयोग द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
कार्यशाला की शुरुआत में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग विभिन्न प्रकार से महिलाओं के लिए कार्य कर रहा है आयोग केवल काउंसलिंग कराने तक सीमित नही है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देवभूमि में मातृशक्ति निर्भय होकर कार्य करे। राज्य की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए तथा महिलाओं के विरुद्ध हिंसा उन्मूलन व लिंग समानता के लिए आयोग तत्परता से कार्य कर रहा है।
वहीं कार्यशाला में पहुंचे विभिन्न रिसोर्सपर्सनों ने प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों पर जागरूक किया। जिस क्रम में पुलिस उप महानिरीक्षक पी रेणुका ने भारतीय न्याय संहिता के नए कानूनों व धाराओं सहित साइबर अपराधों के विषय पर जानकारी दी।डॉ. पारुल दीक्षित विभागध्यक्ष विधि विभाग, डीएवी पीजी कॉलेज ने महिलाओं को विभिन्न कानूनी जानकारी उपलब्ध कराई।
राज्य सहकारी संघ की महानिदेशक सुश्री रमिन्द्री मंद्रवाल ने महिलाओं के विभिन्न अधिकारों व समस्या के समाधान के लिए प्रमुख उपायों तथा उनको स्वरोजगार इत्यादि विषय की जानकारी उपलब्ध कराई।
महिला कल्याण विभाग की उप निदेशक अंजना गुप्ता ने कार्यशाला में सरकार द्वारा महिलाओं के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई वहीं आयोग के विधि अधिकारी दयाराम सिंह ने कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा पर जागरूक किया तथा आयोग के कार्यों से अवगत कराया।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि राज्यमंत्री मधु भट्ट,बाल आयोग की अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना व विनोद उनियाल ने आयोग को इस कार्यशाला की बधाई देते हुये सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पूर्ण निष्ठा व निडरता से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।इस दौरान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने समस्त प्रतिभागियों को जागरूकता सामग्री भी वितरित की। कार्यशाला का संचालन उप निरीक्षक स्वाति चमोली द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की सदस्य विमला नैथानी, सदस्य वैशाली नरूला, सदस्य सरोज बहुगुणा, नारायण तोमर, वीरेंद्र रावत, शानू रावत, रीना बिजल्वाण, आधार वर्मा सहित आयोग कर्मचारी, विभिन्न आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा कार्यकर्ता व महाविद्यालयों की छात्रायें उपस्थित रही।