
देहरादून: छात्रों के पेपरलीक आंदोलन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता और स्वतंत्र पत्रकार त्रिलोचन भट्ट के खिलाफ सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों पर कार्रवाई न किये जाने पर उत्तराखंड इंसानियत मंच ने नाराजगी जताई है। मंच के प्रतिनिधियों ने आज डीएम को एक ज्ञापन दिया और दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की। डीएम के ओर से एसडीएम डोईवाला ने ज्ञापन प्राप्त किया। उत्तराखंड महिला मंच की प्रतिनिधि भी इस मौके पर मौजूद थीं।
उत्तराखंड इंसानियत मंच के हरिओम पाली ने कहा कि यह एक बेहद संवेदनशील मामला है। यह मामला न सिर्फ श्री भट्ट की छवि को धूमिल करने का प्रयास है, बल्कि उनकी जान को खतरे में डालने का प्रयास भी है। उन्होंने कहा कि पहली अक्टूबर को एसपी सिटी को इस बारे में ज्ञापन दिया गया था। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आश्वास दिया था, लेकिन एक सप्ताह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब डीएम को ज्ञापन दिया गया है। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई तो देहरादून के तमाम जन संगठनों के साथ धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन में इस बात पर नाराजगी जताई गई है कि एसपी सिटी को पूरी जानकारी देने और कुछ प्रमुख दोषियों के सोशल मीडिया हैंडल्स की नाम पते बताने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस शिकायत में मुख्य रूप से वसूली अभियान मोर्चा, शशांक वर्मा, राजेश्वर उनियाल, महेश पाठक गोलू, अनु डागर आदि के नाम लिये गये है। कहा गया है कि इन लोगों के साथ ही कई अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स ने त्रिलोचन भट्ट का छात्रों के आंदोलन में दिया गया भाषण और सोनम वांगचुक के साथ उनका फोटो यह कहकर प्रचारित किया कि लेह की हिंसा में उन्होंने सोनम वांगचुक का साथ दिया था और अब देहरादून में छात्रों को भड़काकर उत्तराखंड को आग के हवाले करने की साजिश कर रहे हैं।